Sunday, September 30, 2018

बेघर हुए रोमिल ने 'रोडीज' की फेम सुरभि के संग मारी एंट्री, उड़ा घरवालों के चेहरे का रंग

जलवायु परिवर्तन से मुकाबले के लिए दक्षिण कोरिया में सोमवार को संयुक्त राष्ट्र के सम्मेलन में एक महत्वपूर्ण बैठक को लेकर दुनिया भर के देश जुटेंगे। न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, हालात से निपटने के लिए लगातार कम होते विकल्प के बारे में 6000 से ज्यादा वैज्ञानिकों के अध्ययन से संबंधित 20 पन्ने के एक समझौते की समीक्षा की जाएगी और इसे मंजूरी दी जाएगी। वर्ष 2015 में पेरिस समझौते पर 195 देशों ने दस्तखत किए थे। उस वक्त संयुक्त राष्ट्र के वैज्ञानिकों ने तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने की संभावना पर गौर करने का अनुरोध किया था।
आखिरकार, समझौते के तहत सभी देशों ने विश्व के औसत तापमान में वृद्धि को 2 डिग्री सेल्सियस से नीचे रखने का लक्ष्य रखा था। उसके बाद से प्रचंड गर्मी, बाढ़, दावानल और तूफानी चक्रवात, समुद्र के बढ़ते स्तर ने वैज्ञानिकों को यह मानने पर मजबूर कर दिया कि इस पर फिर से विचार की जरूरत है। अब तक तापमान में एक डिग्री से थोड़ा कम का इजाफा हो चुका है। वाशिंगटन स्थित शोध संगठन यूनियन ऑफ कन्सर्न्ड साइंटिस्ट में विज्ञान और नीति के निदेशक पीटर फ्रमहॉफ ने कहा कि बहुत सारे ऐसे प्रमाण हैं जिससे पता चलता है कि खतरा बढ़ रहा है ।
नोबेल पुरस्कार प्रदान करने वाली संस्था स्वीडिश एकेडमी ने इस साल 'साहित्य का नोबेल पुरस्कार' स्थगित करने का फैसला किया है। वर्ष 1901 से शुरू हुए नोबेल पुरस्कार के 117 साल के इतिहास में यह दूसरा मौका है जब 'साहित्य का नोबेल पुरस्कार' को स्थगित किया गया है। इससे पहले 1943 में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इसे स्थगित किया गया था। दरअसल, नोबेल पुरस्कार विजेताओं का चुनाव करने वाली संस्था स्वीडिश एकेडमी की ज्यूरी मेंबर कटरीना के पति और फ्रांसीसी फोटोग्राफर जेन क्लोड अरनॉल्टपर यौन शोषण के आरोप लगे हैं। जिसके बाद से स्वीडिश एकेडमी विवादों में घिरी है।
अब तक कुल 49 बार स्थगित हो चुका है नोबेल पुरस्कार 
ऐसा नहीं है कि सिर्फ 'साहित्य का नोबल पुरस्कार' को ही अब तक स्थगन का सामना करना पड़ा है। वर्ष 1901 में नोबेल पुरस्कार की स्थापना हुई थी और तब से लेकर अब तक कुल 49 बार ऐसा हुआ है, जब किन्ही कारणों से इस पुरस्कार के अलग-अलग कैटेगरीज (लिटरेचर, फिजिक्स, साइकॉल्जी या मेडिसिन, केमिस्ट्री, इकोनॉमिक साइंसेज) को स्थगित करना पड़ा हो। नोबेल पुरस्कार का स्थगन सबसे ज्यादा बार प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुआ है। आखिरी बार 1943 में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इसको स्थगित किया गया था। भारत को सिर्फ एक बार साहित्य का नोबेल पुरस्कार मिला है। 1913 में रवींद्रनाथ टैगोर को गीतांजलि के लिए यह पुरस्कार दिया गया था।
ब्रिटेन की कंजर्वेटिव पार्टी के वरिष्ठ मंत्रियों के फोन नंबर और अन्य निजी जानकारियां लीक हो गई हैं। इनमें ब्रेग्जिट का समर्थन करने वाले शीर्ष नेता माइकल गोव और बोरिस जॉनसन भी शामिल हैं। ऐसा एक एप में आई सुरक्षा खामी के कारण हुआ। शीर्ष सांसदों के प्रोफाइल आधिकारिक मोबाइल एप पर लीक होने के बाद से उन्हें परेशान करने वाले फोन आ रहे हैं। इस सुरक्षा खामी के कारण लोग अपने ईमेल पते का इस्तेमाल कर नेताओं के प्रोफाइल देख और उसमें दी जानकारियां बदल पाए। कई टि्वटर यूजर्स के अनुसार, पूर्व विदेश मंत्री जॉनसन की प्रोफाइल पिक्चर थोड़ी देर के लिए पोर्नोग्राफी के लिए इस्तेमाल की गई और उनके कार्य क्षेत्र की जानकारी को भी बदल दिया गया।
इस बीच, पर्यावरण मंत्री गोव की तस्वीर को बदलकर उनकी जगह मीडिया टाइकून रूपर्ट मर्डोक की तस्वीर लगा दी गई। इस खामी के बारे में द गार्जियन अखबार के स्तंभकार डॉन फोस्टर ने सबसे पहले जानकारी दी। कंजर्वेटिव पार्टी के एक प्रवक्ता ने इस त्रुटि के लिए माफी मांगते हुए कहा कि तकनीकी खामी को सुधार लिया गया और एप अब सुरक्षित रूप से काम कर रही है। 
ऑस्ट्रेलिया की कंपनी ने बनाई एप 
ब्रिटेन की डाटा पर निगरानी रखने वाली संस्था इंफॉर्मेशन कमिशनर्स ऑफिस (आईसीओ) ने कहा कि वह एप एक ऑस्ट्रेलियाई कंपनी ने बनाई है। एप से संबंधित खामी की जांच की जा रही है। विपक्षी लेबर पार्टी ने कहा कि यह बड़ी गलती दिखाती है कि सुरक्षा के मामलों में सत्तारूढ़ पार्टी पर भरोसा नहीं किया जा सकता।

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