Tuesday, November 13, 2018

ख्वाकीन अल चैपो गूसमैन: ड्रग्स तस्करी की दुनिया का 'गॉडफ़ादर' जो ख़ौफ़ का दूसरा नाम है

न्यूयॉर्क में मेक्सिको के ड्रग तस्कर ख्वाकीन अल चैपो गूसमैन पर मुक़दमा बेहद कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हो रहा है.
अति सुरक्षित जेल से एक सुरंग के ज़रिए फ़रार होने के पांच महीने बाद जनवरी 2016 में गज़मैन को फिर से गिरफ़्तार किया गया था.
अभियोजकों का कहना है कि अमरीका में ड्रग्स की सर्वाधिक सप्लाई करने वाले सिनालोआ ड्रग कार्टेल के पीछे गूसमैन का ही दिमाग़ है.
माना जा रहा है कि उनके एक क़रीबी पूर्व सहयोगी के अलावा कई और लोग उनके ख़िलाफ़ अदालत में गवाही देंगे.
ख़्वाकीन गूसमैन का जन्म 1957 में एक किसान परिवार में हुआ था. वो अफ़ीम और गांजे की खेतों पर काम करते थे और यहीं से उन्होंने ड्रग तस्करी के गुर सीखे.
इसके बाद वो 'द गॉडफ़ादर' के नाम से चर्चित और शक्तिशाली ग्वाडालाजारा कार्टेल के प्रमुख मिगेल एंजेल फ़ेलिक्स गैलार्डो के चेले बने और तस्करी की बारीकियां सीखीं.
5 फ़ुट 6 इंट लंबे गूसमैन को शॉर्टी भी कहा जाता है. वो 1980 के दशक में उत्तर-पश्चिमी मेक्सिको में प्रभावशाली सिनालोआ कार्टेल के शीर्ष तक पहुंच गए.
ये अमरीका को ड्रग तस्करी करने वाला सबसे बड़ा समूह बन गया और साल 2009 में फ़ोर्ब्स पत्रिका ने दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में 701वें नंबर पर गज़मैन को शामिल किया. उस समय उनकी कुल संपत्तियां क़रीब एक अरब डॉलर की थीं.
साल 1993 में एक प्रतिद्वंदी गैंग ने उन पर हमला किया था, लेकिन वो इसमें बाल-बाल बच गए थे. हालांकि इसी साल उन्हें एक व्यापक अभियान के बाद ग्वाटेमाला से गिरफ़्तार किया गया था.
इस दौरान वो अति सुरक्षा वाली जेलों में रहे. साल 2001 में एक सुरक्षागार्ड की मदद से वो जेल से फ़रार हो गए. गूसमैन को दोबारा पकड़ने के लिए कई देशों में अभियान चलते रहे, लेकिन वो साल 2014 तक फ़रार रहे. फ़रवरी 2014 में उन्हें फ़िर से गिरफ़्तार कर लिया गया.
वो एक बार फिर जेल से फ़रार हुए, लेकिन जनवरी 2016 में दोबारा गिरफ़्तार कर लिए गए और उन्हें अमरीका प्रत्यर्पित कर दिया गया.
उन्हें अल रैपिडो, शॉर्टी, एल सेनोर, एल येफ़े, नाना, आपा, पापा और इंगे के उपनामों से भी जाना जाता है.
सिनालोआ मेक्सिको का एक उत्तर-पश्चिमी प्रांत है और इसी पर सिनालोआ कार्टेल का नाम पड़ा है. गूसमैन के आदेश पर इस कार्टेल ने कई प्रतिद्वंदी ड्रग तस्करी समूहों का सफ़ाया किया और अमरीका को ड्रग भेजने वाला सबसे बड़ा नेटवर्क बन गया.
अमरीकी कांग्रेस में जुलाई 2018 में पेश की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक ये कार्टेल सालाना तीन अरब डॉलर तक कमाई करता है. अमरीका में चल रहे मुक़दमे के मुताबिक ये इस समय दुनिया में ड्रग तस्करी करने वाला सबसे बड़ा समूह है.
रिपोर्ट के मुताबिक इस गैंग का प्रभाव कम से कम पचास देशों में है. हालांकि हाल के वर्षों में इस कार्टेल को कई प्रतिद्वंदी गैंगों से चुनौती भी मिली है और सवाल उठा है कि क्या अब कार्टेल का प्रभाव कम हो रहा है.